Stuti / Praise (Cover)- by Jaago Music Lyrics - Gospelactous
अब हर एक चीज़ , जिस में है सांस
गाये स्तुति , स्तुति गाये
करूँ स्तुति तराई में , और स्तुति पहाड़ पे
करूँ स्तुति जब हो , मुझे शक या यकीन
करू स्तुति जब घेरे , हज़ारो मुझे
क्युकी स्तुति है समंदर , जिसमें शत्रु डूबे
जब तक है सांसे
मेरे पास स्तुति की वजह है
प्रभु की , मेरे मन
स्तुति करता रह , प्रभु की
मेरे मन
करूँ स्तुति ख़ुशी में , और न चाहते भी
करूँ स्तुति यह जानकर , सब तेरे वश में है
मेरी स्तुति है शस्त्र, केवल ध्वनि नहीं
मेरी स्तुति वह गूँज है , जिससे यरीहो गिरे
शांत न रह पाऊँ , खुदा मेरे ज़िंदा
अंदर मैं कैसे रखूँ
स्तुति करता रह , प्रभु की , मेरे मन
स्तुति करने की कितनी वजह है
देखो हर चीज़ गवाह है
तेरी सांस जो हम में जमा है
इंसान तभी तो बना है
तेरी स्तुति हर पल हर युग में
हम गाये प्यार और युद्ध में
रुके न हर दुःख हर सुख में
मिल गाये तू कितना भला है
राजाओ के राजा की , जय जय हो
प्रभुओ के प्रभु की जय जय हो
मुक्तिदाता की जय जय हो
सृष्टिकर्ता की जय जय हो
यहूदा के सिंह की जय जय हो
बलि हुए मेमने की जय जय हो
येशु मसीह की जय जय हो
सम प्रभु राजा , तेरा राज सदा
कब्र को हराकर ज़िंदा हुआ
विश्वास योग्य , तू सच्चा खुदा
कोई नहीं है , तुझसे बड़ा

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